Saturday 20 August 2011

ब्रायोनिया (Bryonia)

इस दवा को तब इस्तेमाल करे जब व्यक्ति हलचल से शरीर में और जोड़ो में दर्द महसूस करे.
वह एकदम स्थिर रहना चाहता है. थोड़ी हलचल से भी उसके दर्द में बढौतरी होती है.
वह काम को जाता तो है नहीं पर काम की बाते बहोत करता है.
यह व्यक्ति चिडचिडा हो सकता है.
उसे गले में तकलीफ हो सकती है. मुह सुखा हुआ हो सकता है. वह गले से बलगम निकलना तो बहुत चाहता है पर निकलता बहोत कम है.
उसे सरदर्द हो सकता है. चक्कर आ सकते है.
वह ठंडी और खुली हवा पसंद करता है. गर्मी से उसकी परेशानी बढती है.
उसे सास की तकलीफ हो सकती है. चलने फिरने से या रात के वक़्त बढ़ सकती है.

1 comment:

  1. गर्मी में लू लगने के बाद जो बुखार आता है उसमे यह दवा कारगर सिद्ध होती है. इसके लक्षण होते है, सिरदर्द, बदन दर्द जो हलचल से बढ़ जाता है. आदमी शांति से पड़े रहना चाहता है. गले में खराश भी हो सकती है. पुलिस के समान काम ररने वाले लोगो का एक शिविर जो गर्मी के दौरान हुआ था उसमे अनेक मरीजो पर हमने इसका सफलतापूर्वक प्रयोग किया.

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